१. संज्ञा
/ निर्जीव
/ अमूर्त
/ गुणधर्म
अर्थ : काव्य के नौ रसों में से एक।
उदाहरण :
शांत रस का आलंबन संसार की असारता का ज्ञान या परमात्मा के स्वरूप का चिंतन होता है।
पर्यायवाची :
शांत, शान्त, शान्त रस
नवरसांपैकी एक रस.
शांतरस संसाराची निःसारता, उपरती, सत्ससामगम इत्यादी वर्णनात आढळतो.
शांत,
शांतरस