१. संज्ञा
/ निर्जीव
/ अमूर्त
/ बोध
अर्थ : वह शक्ति या भाव जो मन में नयी,अनोखी,अनदेखी,अनसुनी आदि बातों के स्वरूप को उपस्थित करती है।
उदाहरण :
मूर्तिकार की कल्पना पत्थर को तराश कर मूर्त रूप प्रदान करती है।
पर्यायवाची :
कल्पना, कल्पना शक्ति, खयाल, ख़याल, ख़्याल, ख्याल, तसव्वर, तसव्वुर, तसौवर
मनात रेखाटलेले चित्र.
रामाबद्दल माझी कल्पना फार वेगळी होती
कल्पना,
समज,
समजूत