१. संज्ञा
/ निर्जीव
/ वस्तु
/ मानवकृति
अर्थ : प्रकाश करने के लिए बना धातु, मिट्टी आदि का वह पात्र जिसमें तेल और बत्ती डालकर बत्ती को जलाई जाती है।
उदाहरण :
शाम होते ही गाँवों में दीपक जल जाते हैं।
पर्यायवाची :
चिराग, चिराग़, तमोहपह, तिमिररिपु, तिमिरहर, दिया, दिवला, दिवली, दीप, दीपक, दीया, प्रदीप, बत्ती, बाती, शिखी, सारंग
तेल व वात ह्याच्या साहाय्याने प्रकाश देणारे साधन.
संध्याकाळ होताच तिने तुळशीपाशी दिवा लावला.
दिवा,
दीप