अर्थ : द्वार के चौखट के नीचे वाली लकड़ी या पत्थर जो ज़मीन पर रहती है।
उदाहरण :
देहरी पर बैठना अशुभ माना जाता है।
पर्यायवाची : आस्ताँ, आस्तान, चौकठ, डेहरी, दहलीज, दहलीज़, देहरी, देहली, द्वारपिंडी, द्वारपिण्डी
अर्थ : (लाक्षणिक प्रयोग) चारों तरफ से घिरी हुई या मर्यादा निर्धारित करने वाली बात या वस्तु।
उदाहरण :
हालत ये है कि न्याय की चौखट में आवाज़ लगाने वाले दरबान की जेब भी यदि गरम ना की जाय तो भी आप न्याय की दूकान में कदम ना रख पाएँगे।