१. संज्ञा
/ निर्जीव
/ वस्तु
/ शारीरिक वस्तु
    संज्ञा
/ भाग
अर्थ : शरीर शास्त्र के अनुसार हृदय के उन दो बड़े कोष्ठों में से एक जो नीचे की ओर होता है और जो दो भागों में बँटा होता है तथा जिससे शुद्ध रक्त शरीर के सभी भागों में भेजा जाता है।
उदाहरण :
अलिंद और निलय के बीच छिद्र होता है।
पर्यायवाची :
निलय, वेन्ट्रकल
कर्णिकेतून घेतलेले रक्त आकुंचन प्रसरणाद्वारे धमन्यांमध्ये सोडणारा हृदयाचा खालचा कप्पा.
कर्णिका व जवनिका ह्यांच्या मध्ये भोक असते.
जवनिका,
निलय