२. संज्ञा
/ निर्जीव
/ अमूर्त
/ मनोवैज्ञानिक लक्षण
अर्थ : प्रिय व्यक्ति से मिलन न होने की क्रिया या भाव।
उदाहरण :
सूरदास द्वारा किया गया राधा के विरह का वर्णन बहुत ही मार्मिक है।
पर्यायवाची :
बिछोह, बिरह, विच्छेद, विछोह, विरह
प्रिय व्यक्तीच्या ताटातुटीमुळे होणारी पीडा, भेटीची हुरहुर.
गोपिका कृष्णाच्या विरहात बेचैन झाल्या होत्या
विरह