१. संज्ञा
/ निर्जीव
/ वस्तु
    संज्ञा
/ रूप
/ द्रव
अर्थ : शरीर से उत्सर्जित वह दुर्गन्धमय तरल विषैला पदार्थ जो उपस्थ मार्ग या जननेंद्रिय से निकलता है।
उदाहरण :
वैद्यक में मूत के सेवन का भी विधान है।
पर्यायवाची :
कारूरा, पेशाब, मूत, मेह, यूरिन
मूत्रपिंडाद्वारे उत्सर्जित होणारा द्रव व त्यात विरघळणारे पदार्थ.
मधुमेहाच्या रुग्णांना लघवीतून साखर जाते
मूत,
मूत्र,
लघवी,
लघ्वी