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हिन्दी शब्दकोश से फणीन्द्र शब्द का अर्थ तथा उदाहरण पर्यायवाची एवम् विलोम शब्दों के साथ।

फणीन्द्र   संज्ञा

१. संज्ञा / सजीव / जन्तु / काल्पनिक प्राणी

अर्थ : पुराणों के अनुसार हजार फनों वाला वह नाग जिसके फनों पर यह पृथ्वी ठहरी हुई है।

उदाहरण : शेषनाग हिन्दुओं के एक देवता माने जाते हैं।

पर्यायवाची : अनंतदेव, अनंतशीर्ष, अनन्तदेव, अनन्तशीर्ष, अहिनाह, अहिपति, अहीश, आलुक, धरणीधर, धराधार, नागराज, नागाधिप, नागेश, फणींद्र, फनिंद, भूमिधर, महिधर, शेष, शेष सर्प, शेषनाग, सर्पराज, सहस्त्रानन

नागांचा राजा, यास सहस्र मुखे असून याने आपल्या डोक्यावर पृथ्वी तोलून धरलेली आहे अशी समजूत आहे.

शेष हे विष्णूचे आसन आहे
महीधर, महीध्र, शेष, शेषनाग

An imaginary being of myth or fable.

mythical being
२. विशेषण / संबंधसूचक

अर्थ : पुराणों में वर्णित एक नाग जो कश्यप का पुत्र माना जाता है।

उदाहरण : वासुकि नाग को आठ नागराजों में से दूसरा माना जाता है।

पर्यायवाची : नागनायक, नागपति, फणींद्र, फनिंद, वासुकि, वासुकि नाग, वासुकी, वासुकी नाग, वासुकेय, सर्पराज

सर्पांचा राजा वा कश्यपाचा पुत्र म्हणून पुराणात वर्णिलेला एक नाग.

समुद्रमंथनाच्यावेळी वासुकीचा दोर म्हणून उपयोग केला गेला
वासुकी

An imaginary being of myth or fable.

mythical being

चौपाल

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