१. संज्ञा
/ अवस्था
/ मानसिक अवस्था
अर्थ : तृप्त या सन्तुष्ट हो जाने की अवस्था या भाव।
उदाहरण :
बुद्ध को ज्ञान प्राप्ति के पश्चात् ही आघ्राण हुआ।
परोपकार करके मुझे संतुष्टि की अनुभूति होती है।
पर्यायवाची :
अघाई, अनुतोष, आघ्राण, आसूदगी, तुष्टि, तोख, तोष, तोषण, निसा, परितोष, संतुष्टि, संतोष