२. संज्ञा
/ निर्जीव
/ वस्तु
/ शारीरिक वस्तु
    संज्ञा
/ भाग
अर्थ : सारे शरीर में फैली हुई बहुत सूक्ष्म रज्जु की भाँति संरचना जिससे स्पर्श, शीत, ताप, वेदना आदि की अनुभूति होती है।
उदाहरण :
स्नायु के उचित रूप से काम न करने पर पक्षाघात का रोग होता है।
पर्यायवाची :
तंत्रिका, तंत्री, तन्त्रिका, नर्व, नस, नाड़ी, स्नायु, स्नाव, स्नु
ज्याने थंड, गरम इत्यादी संवेदना जाणवता ते शरीरात त्वचेखाली पसरलेल्या बारीक नसंचे जाळे.
चेतेत दुखपत झाल्याने अर्धांगवायूचा त्रास संभवतो.
चेता
Any bundle of nerve fibers running to various organs and tissues of the body.
nerve,
nervus