१. संज्ञा
/ निर्जीव
/ अमूर्त
    संज्ञा
/ विषय ज्ञान
/ भाषा
अर्थ : दिल्ली तथा मेरठ के आस-पास के ग्रामीण समुदाय की बोली जिसे आदर्श हिंदी, उर्दू तथा हिंदुस्तानी भाषा की मूल आधार स्वरूप बोली होने का गौरव प्राप्त है।
उदाहरण :
खड़ी बोली का प्रयोग पहले-पहल अमीर खुसरो ने अपनी कविताओं में किया था।
पर्यायवाची :
खड़ी, खड़ी बोली