१. संज्ञा
/ निर्जीव
/ वस्तु
/ प्राकृतिक वस्तु
अर्थ : द्वारका के सरोवर की वह पीली मिट्टी जिसका तिलक वैष्णव लोग लगाते हैं। आजकल यह नकली भी मिलने लगी है।
उदाहरण :
पण्डितजी ने यजमान के माथे पर गोपी-चन्दन का टीका लगाया।
पर्यायवाची :
आढ़की, गोपी चंदन, गोपीचंदन, गोपीचन्दन, तालक, पर्पटी, सौराष्ट्री
द्वारकेकडील, गंधासारखी अंगास लावण्याची पांढरी माती.
वारकरी गोपीचंदनाचे टिळे लावतात.
गोपमाती,
गोपीचंदन