अर्थ : गुरुवार के दिन पुष्य नक्षत्र के आने से होने वाला योग।
उदाहरण :
गुरु पुष्य योग में चाँदी, सोने, नये वाहन, बही-खातों की खरीदारी एवं गुरु ग्रह से संबंधित वस्तुएँ अत्यधिक लाभ प्रदान करती हैं।
पर्यायवाची : गुरु-पुष्य योग, पुष्यामृत योग