२. संज्ञा
/ निर्जीव
/ अमूर्त
/ कार्य
/ संप्रेषण
अर्थ : विवाह आदि मंगल अवसरों पर स्त्रियों द्वारा गाये जाने वाले वे गीत जिनमें दूसरों पर कुछ व्यंग्य या अश्लील बातें होती हैं।
उदाहरण :
वर के कलेवा करते समय औरतें सीठना गा रही थीं।
पर्यायवाची :
सीठना, सीठनी