१. संज्ञा
/ निर्जीव
/ वस्तु
/ मानवकृति
अर्थ : धातु आदि का गोल पेंदे, खुले मुँह तथा ऊँचे किनारों का एक बड़ा पात्र जिसमें खाने-पीने की चीजें तली या पकाई जाती हैं।
उदाहरण :
किसान लोग गुड़ बनाने के लिए गन्ने के रस को कड़ाह में पकाते हैं।
पर्यायवाची :
कड़ाह, कढ़ाव, कराह