२. संज्ञा
/ निर्जीव
/ अमूर्त
/ कार्य
/ संप्रेषण
अर्थ : नाटक, धारावाहिक तथा फिल्मों आदि में पात्रों द्वारा बोली जानेवाली पङ्क्तियाँ या सम्भाषण।
उदाहरण :
जयशंकर प्रसाद के नाटक में कथोपकथन रोचकता से भरे होते हैं।
पर्यायवाची :
अनुकथन, कथोपकथन, संभाषण, सम्भाषण
नाटकातील पात्राने बोलायची वाक्ये.
नाटक दोन दिवसांवर आले तरी कोणाचेही संवाद पाठ नाहीत.
नक्कल,
संवाद