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ସମକକ୍ଷ ଏବଂ ବିପରୀତ ଶବ୍ଦ ସହିତ ଓଡ଼ିଆ ଅଭିଧାନରୁ ଅପର୍ଣ୍ଣା ଶବ୍ଦର ଅର୍ଥ ଏବଂ ଉଦାହରଣ ।

ଅପର୍ଣ୍ଣା   ବିଶେଷ୍ୟ

ଅର୍ଥ : ଯେଉଁ ଦେବୀ ଅନେକ ଅସୁରଙ୍କୁ ବଧ କରିଥିଲେ ଏବଂ ଯାହାଙ୍କୁ ଆଦିଶକ୍ତି ବୋଲି ବିଚାର କରାଯାଏ

ଉଦାହରଣ : ଦଶହରାରେ ଲୋକମାନେ ସ୍ଥାନେସ୍ଥାନେ ଦୁର୍ଗାଙ୍କ ପ୍ରତିମା ସ୍ଥାପନ କରନ୍ତି

ସମକକ୍ଷ : ଅପରାଜିତା, ଆଦିଶକ୍ତି, ଜଗଦମ୍ବା, ଜଗନ୍ମୋହିନୀ, ଦଶଭୂଜା, ଦୁର୍ଗା, ଦେବୀ, ପରମେଶ୍ୱରୀ, ମହାମାୟା, ମହିଷାସୁରମର୍ଦ୍ଦିନୀ, ଶାରଦା, ଶିବାନୀ, ସିଂହବାହିନୀ, ସୌମ୍ୟା


ଅନ୍ୟ ଭାଷାରେ ଅନୁବାଦ :

एक देवी जिन्होंने अनेक असुरों का वध किया और जो आदि शक्ति मानी जाती हैं।

नवरात्र में लोग जगह-जगह दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करते हैं।
अपरा, अपराजिता, अपर्णा, अमृतमालिनी, अष्टभुजा, आदि शक्ति, आदिशक्ति, आद्या, आर्या, इंद्राणी, इड़ा, इन्द्राणी, ईशा, ईशानी, ईसानी, उग्रा, कल्याणी, कालदमनी, कौशिकी, गायत्री, गौतमी, चामुंडा, चामुंडेश्वरी, चामुंडेश्वरी देवी, चामुण्डा, जगदंबा, जगदंबिका, जगदम्बिका, जगन्माता, जगन्मोहिनी, जया, त्रिदशेश्वरी, त्रिनयना, त्रिभुवनसुंदरी, त्रिभुवनसुन्दरी, त्वाष्टी, दुर्गा, देवी, नंदा, नंदिनी, नन्दा, नन्दिनी, नैऋती, परमेश्वरी, पर्वतात्मजा, प्रगल्भा, बहुभुजा, ब्राह्मी, भालचंद्र, भालचन्द्र, भूतनायिका, मंगलचंडिका, मंगलचण्डिका, मंजुनाशी, महाप्रकृति, महामाया, महायोगेश्वरी, महाश्वेता, महिषासुरमर्दिनी, महोग्रा, मातेश्वरी, माया, योगमाता, योगीश्वरी, योगेश्वरी, रेवती, ललिता, वज्रा, वरवर्णिनी, वरालिका, वामदेवी, वार्त्ता, विजया, विश्वकाया, वृषध्वजा, वैष्णवी, शंभुकांता, शताक्षी, शम्भुकान्ता, शांभवी, शाक्री, शाम्भवी, शारदा, शिवसुंदरी, शिवसुन्दरी, शिवा, शिवानी, शुंभघातिनी, शुंभमर्दिनी, शुद्धि, शुभंकरी, शुम्भघातिनी, शुम्भमर्दिनी, सर्वमंगला, सिंहवाहिनी, सौम्या, हयग्रीवा

ଅର୍ଥ : ଶିବଙ୍କ ପତ୍ନୀ

ଉଦାହରଣ : ପାର୍ବତୀ ଗଣେଶଙ୍କ ମାତା

ସମକକ୍ଷ : ଅମ୍ବା, ଅମ୍ବିକା, ଉମା, ଗିରିଜା, ଗୌରୀ, ଜଗତ୍‌ଜନନୀ, ତ୍ରିପୁରସୁନ୍ଦରୀ, ପାର୍ବତୀ, ଭଗବତୀ, ଭବାନୀ, ମଙ୍ଗଳା, ମହାଦେବୀ, ରୁଦ୍ରାଣୀଶିବା, ଶୈଳଜା, ଶୈଳସୁତା, ସୁନନ୍ଦା


ଅନ୍ୟ ଭାଷାରେ ଅନୁବାଦ :

शिव की पत्नी।

पार्वती भगवान गणेश की माँ हैं।
अंबा, अंबिका, अचलकन्या, अचलजा, अद्रि-कन्या, अद्रि-तनया, अद्रिकन्या, अद्रिजा, अद्रितनया, अपरना, अपर्णा, अम्बा, अम्बिका, आर्या, इला, उमा, गिरिजा, गौरी, जग जननी, जग-जननी, जगजननी, जगत् जननी, जगत्-जननी, जगदीश्वरी, जगद्जननी, जया, त्रिभुवनसुंदरी, त्रिभुवनसुन्दरी, देवेशी, नंदा, नंदिनी, नन्दा, नन्दिनी, नित्या, पंचमुखी, पञ्चमुखी, पर्वतजा, पार्वती, भगवती, भवभामिनी, भववामा, भवानी, भव्या, मंगला, महागौरी, महादेवी, मृड़ानी, रुद्राणी, वृषाकपायी, शंकरा, शंकरी, शंभुकांता, शताक्षी, शम्भुकान्ता, शिवा, शैलकन्या, शैलकुमारी, शैलजा, शैलसुता, शैलेयी, सुनंदा, सुनन्दा, हिमजा, हिमसुता, हिमालयजा, हेमसुता, हैमवती

चौपाल