अर्थ : रुचिकर या स्वादिष्ट होने के कारण किसी खाद्य पदार्थ का अधिक उपयोग में आना।
उदाहरण :
चीकू है तो जंगली फल, पर अब वह बड़े आदमियों के मुँह लग गया है।
अर्थ : खाद्य पदार्थ के खाए जाने की क्रिया आरम्भ होना।
उदाहरण :
मिठाई में तुम्हार मुँह लग है अब वह भला कैसे बचेगा।
अर्थ : रुचिकर होने के कारण प्रिय जान पड़ना।
उदाहरण :
अब इस कुएँ का पानी मुँह लग गया है तो दूसरे कुएँ का पानी अच्छा नहीं लगता है।
अर्थ : किसी के सामने बढ़-बढ़कर बातें करना।
उदाहरण :
छोटू दादा जी के मुँह लग गया है।
पर्यायवाची : उद्दंड बनना, उद्दंड होना, सिर चढ़ना