अर्थ : साहित्य के नौ रसों में से सातवाँ रस जो रक्त, मांस, हड्डी, चर्बी, मृत शरीर आदि जैसे घृणित पदार्थ देखकर या उनका वर्णन सुनकर मन में होने वाली अरुचि, ग्लानि एवं घृणा से उत्पन्न होता है।
उदाहरणे :
वीभत्स रस का सबसे अच्छा उदाहरण युद्धस्थल के दृश्य के वर्णन में मिलता है।
समानार्थी : वीभत्स
इतर भाषांमध्ये अनुवाद :