अर्थ : साहित्य में वह नायिका जो रातभर अन्यत्र पर स्त्री गमन करनेवाले अपने प्रिय को प्रातः पर स्त्री-संसर्ग के चिह्नों से युक्त देखकर दुःखी होती है।
उदाहरणे :
खंडिता के मुग्धा खंडिता, मध्या खंडिता, प्रौढ़ा खंडिता, आदि कई भेद हैं।
समानार्थी : खण्डिता