अर्थ : আয়ুর্বেদে রোগের চিকিত্সা করার পূর্বে এটা দেখার ক্রিয়া যে শরীরে কোন রস কম তথা কোন রস বেশী আছে
उदाहरणे :
"কবিরাজ বললেন যে তিনি রসসাম্যের পরে ওষুধ দেওয়া শুরু করবেন"
इतर भाषांमध्ये अनुवाद :
वैद्यक में रोगी की चिकित्सा करने से पूर्व यह देखने की क्रिया कि शरीर में कौन सा रस कम तथा कौन सा अधिक है।
वैद्य ने कहा कि वह रससाम्य के बाद ही दवा शुरू करेगा।