अर्थ : भय, आशंका आदि से चित्त का स्तब्ध होना।
उदाहरणे :
बंदूक देखते ही चोर के होश उड़ गए।
समानार्थी : किंकर्तव्य-विमूढ़ होना, किंकर्त्तव्य-विमूढ़ होना, सुध-बुध खोना, होश उड़ना, होश दंग होना, होश फाख़्ता होना, होश फाख्ता होना, होश हिरन होना