अजन्मा (विशेषण)
जिसने योनि से जन्म न लिया हो।
राज-काज (संज्ञा)
वह नियम अथवा व्यवस्था जिसके अनुसार प्रजा के शासन का विधान किया जाता है।
तेंदू (संज्ञा)
एक पेड़ जो विशेषकर दक्षिण एशिया में पाया जाता है और जिसके पत्ते शीशम के पत्तों की तरह होते हैं।
भांजा (संज्ञा)
वह जो संबंध के विचार से किसी की बहन का पुत्र हो।
ब्रह्मचारी (संज्ञा)
संयमपूर्वक रहकर ब्रह्मचर्य का पालन करनेवाला।
कसौटी (संज्ञा)
योग्यता, विशेषता, सामर्थ्य, गुण आदि जानने के लिए अच्छी तरह से देखने या परखने की क्रिया या भाव।
कमल सरोवर (संज्ञा)
वह सरोवर या ताल जिसमें कमलों की बहुतायत हो।
प्रचलित (विशेषण)
जो प्रचलन में हो।
यशोगान (संज्ञा)
किसी के गुण, यश, प्रशंसा आदि का गीत के माध्यम से वर्णन।
प्राधान्य (संज्ञा)
श्रेष्ठ या मुख्य होने की अवस्था या भाव।