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हिन्दी शब्दकोश से स्नेहन शब्द का अर्थ तथा उदाहरण पर्यायवाची एवम् विलोम शब्दों के साथ।

स्नेहन   विशेषण

१. विशेषण / विवरणात्मक / गुणसूचक

अर्थ : जो नाश करता हो।

उदाहरण : किसान खेत में कीट नाशक दवा छिड़क रहा है।
भगवान विघ्न विनायक हैं।

पर्यायवाची : अपध्वंसी, अपह, अपाय, घालक, तबाहकुन, नाशक, नाशन, नाशी, प्रलयकर, प्रलयकारी, विध्वंसक, विनायक, विनाश कारक, विनाशक, विनाशकारक, विनाशकारी, विनाशी, विलोपक

नाश करणारा.

सध्या अनेक देशांकडे विध्वंसक अण्वस्त्रे आहेत
विध्वंसक, विनाशक, विनाशकारी, संहारक

Causing destruction or much damage.

A policy that is destructive to the economy.
Destructive criticism.
destructive
२.

अर्थ : शरीर में तेल लगानेवाला।

उदाहरण : स्नेहन व्यक्ति ज़मींदार के शरीर में तेल लगा रहा है।

३. विशेषण / विवरणात्मक / गुणसूचक

अर्थ : चिकनाई या स्निग्धता लानेवाला या स्निग्ध या चिकना करनेवाला।

उदाहरण : तेल सबसे अच्छा स्नेहक पदार्थ है।

पर्यायवाची : स्नेहक

स्नेहन   संज्ञा

१. संज्ञा / निर्जीव / वस्तु / खाद्य

अर्थ : दही या दूध मथने से निकला हुआ उसका सार भाग जिसे तपाने से घी बनता है।

उदाहरण : बाल श्रीकृष्ण को मक्खन बहुत प्रिय था।

पर्यायवाची : अमृतसार, कच्चा घी, तनूनपात्, तनूनपाद्, नयनू, नवनी, नवनीत, नेऊन, नैनू, नैनूँ, मक्खन, मसका, मस्का, माखन, लवनी

सायीचे दही घुसळल्यावर निघणारा स्निग्धांश."कृष्णाला लोणी आवडायचे".

नवनीत, लोणी

An edible emulsion of fat globules made by churning milk or cream. For cooking and table use.

butter
२. संज्ञा / सजीव / जन्तु / पौराणिक जीव

अर्थ : एक सृष्टिनाशक हिन्दू देवता।

उदाहरण : शंकर की पूजा लिंग के रूप में प्रचलित है।

पर्यायवाची : अंड, अंधकारि, अंबरीष, अक्षतवीर्य, अक्षमाली, अघोरनाथ, अण्ड, अनंगरि, अनंगारि, अनर्थनाशी, अन्नपति, अपराधभंजन, अबलाबल, अब्जवाहन, अमृतवपु, अमोघदंड, अमोघदण्ड, अम्बरीष, अयोनि, अयोनिज, अरिंदम, अर्घेश्वर, अस्थिमाली, अहिमाली, आशुतोष, इंदुशेखर, इन्दुशेखर, उग्रधन्वा, उमाकांत, उमाकान्त, उमेश, कपालपाणि, कपाली, कामारि, कालेश, काशीनाथ, कील, कुंड, कुण्ड, कैलाश नाथ, कैलाशनाथ, गंगाधर, गिरिनाथ, गिरीश, गौरीश, चंद्रशेखर, चन्द्रशेखर, जगद्योनि, जटाधारी, जटामाली, तारकेश्वर, त्रिनेत्र, त्रिपुरांतक, त्रिपुरारि, त्रिपुरारी, त्र्यंबक, त्र्यक्ष, त्र्यम्बक, दुष्काल, देवाधिदेव, देवेश्वर, धूम्र, नंदिकेश्वर, नदीधर, नन्दिकेश्वर, नपराजित, नागी, नाभ, नीलग्रीव, पंचमुख, पंचानन, पञ्चमुख, परंजय, पश, पशुपति, पादभुज, पार्श्ववक्त्र, पिनाकपाणि, पिनाकी, पुद्गल, फाल, बीजवाहन, भगाली, भव, भवेश, भालचंद्र, भालचन्द्र, भुवनेश, भूतचारी, भूतनाथ, भूतेश, भोला, भोलानाथ, भोलेनाथ, मंगलेश, महाक्रोध, महादेव, महार्णव, महेश, महेश्वर, मृत्युंजय, यमेश्वर, ययातीश्वर, ययी, योगीनाथ, योगीश, राकेश, रुद्र, वरेश्वर, वसुप्रद, विद्वत्, विभु, विरुपाक्ष, विरोचन, विश्वनाथ, वीरेश, वीरेश्वर, वृषभकेतु, वैद्यनाथ, व्योमकेश, शंकर, शंभु, शङ्कर, शम्भु, शशिधर, शशिभूषण, शारंगपाणि, शारंगपानि, शिखंडी, शिखण्डी, शिव, संवत्सर, सतीश, सद्य, सर्पमाली, सर्व, सवर, सुप्रतीक, सुहृद, हर

३. संज्ञा / निर्जीव / वस्तु / मानवकृति

अर्थ : शरीर पर मलने के लिए सरसों, तिल, चिरौंजी या सुगंधित पदार्थों आदि का बनाया हुआ लेप।

उदाहरण : उबटन लगाने से त्वचा में निखार आता है।

पर्यायवाची : अंगराग, अपटन, अबटन, अवलेप, उबटन, पर्णसि, बटना, वर्णक

अंगास लावण्यासाठी अर्गजा इत्यादी सुगंधित पदार्थांचा लेप.

उटणे लावल्याने त्वचा तेजस्वी होते.
उटणे, उटी, सुगंधी द्रव्य
४. संज्ञा / निर्जीव / वस्तु / प्राकृतिक वस्तु
    संज्ञा / रूप / द्रव

अर्थ : थूकने या खाँसने के समय मुँह से निकलने वाला गाढ़ा लसदार पदार्थ।

उदाहरण : वह जब भी खाँसता है उसके मुँह से कफ निकलता है।

पर्यायवाची : कफ, कफ़, खट, निद्रासंजन, निद्रासञ्जन, बलगम, बलग़म, वेगनाशन, श्लेष्म, श्लेष्मा

खाकरले असता घशातून बाहेर येणारा पातळ बुळबुळीत पदार्थ.

थंडीत मला कफाचा त्रास होतो
कफ, श्लेष्मा
५. संज्ञा / निर्जीव / अमूर्त / कार्य / शारीरिक कार्य

अर्थ : किसी चीज में स्नेह या तेल आदि लगाकर उसे चिकना करने की क्रिया या भाव।

उदाहरण : सर्दियों में शुष्क त्वचा के स्नेहन की आवश्यकता होती है।

६. संज्ञा / निर्जीव / अमूर्त / कार्य / शारीरिक कार्य

अर्थ : यंत्रों आदि के पुर्जों, पहियों आदि को सरलता से चलाने के लिए उनमें तेल डालने की क्रिया।

उदाहरण : स्नेहन की कमी से पुर्ज़े ज़ल्दी घिसते हैं।

७. संज्ञा / निर्जीव / अमूर्त / कार्य / शारीरिक कार्य

अर्थ : शरीर में स्नेहक या तेल आदि लगाने की क्रिया।

उदाहरण : प्रतिदिन के स्नेहन से त्वचा में चमक आ जाती है।

८. संज्ञा / निर्जीव / अमूर्त / कार्य

अर्थ : प्रेम या स्नेह से युक्त होने की क्रिया या प्रेमाविष्ट होने की क्रिया।

उदाहरण : स्नेहन से उसके आँसू छलक आए।

चौपाल

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