अर्थ : वह लोक जिसमें हम प्राणी रहते हैं।
उदाहरण :
संसार में जो भी पैदा हुआ है, उसे मरना है।
पर्यायवाची : अधिलोक, अमा, आलम, आवर्त, इहलोक, केश, जग, जगत, जमाना, जहाँ, जहां, जहान, ज़माना, जीव-लोक, जीवलोक, दीनदुनिया, दुखग्राम, दुनिया, दुनियाँ, नरलोक, नृलोक, पृथिवीलोक, पृथ्वी-लोक, पृथ्वीलोक, भुवन, भू-लोक, भूलोक, मनुजलोक, मनुष्यलोक, मर्त्य, मर्त्य लोक, मर्त्य-लोक, मर्त्यलोक, मृत्यु-लोक, मृत्युलोक, लोक, वर्ल्ड, विश्व, संसार, संसृति, सृष्टि
अर्थ : पृथ्वी पर के जल से निकली हुई वह भाप जो घनी होकर आकाश में फैल जाती है और जिससे पानी बरसता है।
उदाहरण :
आकाश में काले-काले बादल छाये हुए हैं।
पर्यायवाची : अंबर, अंबुद, अंबुधर, अंभोधर, अब्द, अब्र, अभ्र, अम्बर, अम्बुद, अम्बुधर, अम्भोधर, अर्णोद, अर्बुद, अश्म, इंद्र, इन्द्र, उदधि, घन, चातकनंदन, चातकनन्दन, जलद, जलधर, जलमसि, जलवाह, तड़ित्पति, तड़ित्वत, तड़ित्वान्, तड़िद्गर्भ, तोक्म, तोयद, तोयधर, तोयधार, तोयमुच, दात्यूह, धाराट, धाराधर, धारावर, धूमयोनि, ध्वसनि, नदनु, नभधुज, नभध्वज, नभश्चर, नभोगज, नभोदुह, नभोद्वीप, नभोधूम, नभोध्वज, नाग, नीरद, नीलभ, पयोजन्मा, पयोद, पयोधर, पाथोद, पाथोदर, पाथोधर, बादल, मतंग, मतंगज, महानाद, मेघ, मेघा, मेचक, मेह, रजलवाह, रैवत, वर्षकर, वर्षाबीज, वर्षुकांबुज, वर्षुकानंद, वर्षुकानन्द, वर्षुकाम्बुज, वलाहक, वातध्वज, वातरथ, वारिद, वारिधर, विहंग, वृष्णि, शक्रवाहन, शारद, श्वेतनील, श्वेतमाल, सत्रि, सुदाम, सुदामन, सुदामा, सेंचक, सेचक
अर्थ : एक सृष्टिनाशक हिन्दू देवता।
उदाहरण :
शंकर की पूजा लिंग के रूप में प्रचलित है।
पर्यायवाची : अंड, अंधकारि, अंबरीष, अक्षतवीर्य, अक्षमाली, अघोरनाथ, अण्ड, अनंगरि, अनंगारि, अनर्थनाशी, अन्नपति, अपराधभंजन, अबलाबल, अब्जवाहन, अमृतवपु, अमोघदंड, अमोघदण्ड, अम्बरीष, अयोनि, अयोनिज, अरिंदम, अर्घेश्वर, अस्थिमाली, अहिमाली, आशुतोष, इंदुशेखर, इन्दुशेखर, उग्रधन्वा, उमाकांत, उमाकान्त, उमेश, कपालपाणि, कपाली, कामारि, कालेश, काशीनाथ, कील, कुंड, कुण्ड, कैलाश नाथ, कैलाशनाथ, गंगाधर, गिरिनाथ, गिरीश, गौरीश, चंद्रशेखर, चन्द्रशेखर, जगद्योनि, जटाधारी, जटामाली, तारकेश्वर, त्रिनेत्र, त्रिपुरांतक, त्रिपुरारि, त्रिपुरारी, त्र्यंबक, त्र्यक्ष, त्र्यम्बक, दुष्काल, देवाधिदेव, देवेश्वर, धूम्र, नंदिकेश्वर, नदीधर, नन्दिकेश्वर, नपराजित, नागी, नाभ, नीलग्रीव, पंचमुख, पंचानन, पञ्चमुख, परंजय, पश, पशुपति, पादभुज, पार्श्ववक्त्र, पिनाकपाणि, पिनाकी, पुद्गल, फाल, बीजवाहन, भगाली, भवेश, भालचंद्र, भालचन्द्र, भुवनेश, भूतचारी, भूतनाथ, भूतेश, भोला, भोलानाथ, भोलेनाथ, मंगलेश, महाक्रोध, महादेव, महार्णव, महेश, महेश्वर, मृत्युंजय, यमेश्वर, ययातीश्वर, ययी, योगीनाथ, योगीश, राकेश, रुद्र, वरेश्वर, वसुप्रद, विद्वत्, विभु, विरुपाक्ष, विरोचन, विश्वनाथ, वीरेश, वीरेश्वर, वृषभकेतु, वैद्यनाथ, व्योमकेश, शंकर, शंभु, शङ्कर, शम्भु, शशिधर, शशिभूषण, शारंगपाणि, शारंगपानि, शिखंडी, शिखण्डी, शिव, संवत्सर, सतीश, सद्य, सर्पमाली, सर्व, सवर, सुप्रतीक, सुहृद, स्नेहन, हर
अर्थ : एक देवता जो काम के रूप माने जाते हैं।
उदाहरण :
कामदेव को शिव की क्रोधाग्नि का सामना करना पड़ा।
पर्यायवाची : अंगजात, अंगहीन, अंड, अण्ड, अदेह, अनंग, अनंगी, अनन्यज, अपांग, अबलासेन, अयुग्मबाण, अयुग्मशर, अशरीर, असमवाण, असमशर, आत्मज, आत्मजात, आत्मप, इ, कंदर्प, काम देवता, कामदेव, कार्ष्णि, कुसुमकार्मुक, कुसुमचाप, कुसुमधन्वा, कुसुमबाण, कुसुमायुध, कुसुमेषु, चित्तज, चेतात्मजा, चेतोजन्मा, चैत्रसखा, जराभीस, झषकेतु, झषांक, धानकी, नमुचि, निषद्वर, पंचबाण, पंचवाण, पंचशर, पंचसर, पुष्पकेतन, पुष्पचाप, पुष्पधन्वा, पुष्पध्वज, पुष्पपत्री, पुष्पशर, पुष्पशरासन, पुष्पायुध, प्रसूनवाण, मकर ध्वज, मदन, मदराग, मधुसख, मधुसखा, मधुसहाय, मधुसारथि, मधुसुहृद, मनजात, मनमथ, मनसिज, मनोज, मनोभू, मन्नथ, मीनकेतन, मीनकेतु, मीनध्वज, मुहिर, रणरणक, रतिनाथ, रतिनाह, रतिराज, रतिवर, रमण, रवीषु, रागच्छन, रागरज्जु, रागवृंत, रागवृन्त, रुद्रारि, रूपास्त्र, वरीषु, वसंत-बंधु, वसंतसख, वसंतसखा, वसन्त-बन्धु, वसन्तसख, वसन्तसखा, वाम, विषमवाण, विषमविखिज, शंबरसूदन, शंबरारि, शम्बरसूदन, शम्बरारि, शारंग, शिखि, शुकवाह, शृंगारजन्मा, श्रीज, श्रीपुत्र, संकल्पभव, संकल्पयोनि, समर, सारंग, सुप्रतीक, सुमसायक, स्मर, हृदयनिकेतन
अर्थ : संसार के आवागमन का दुख या जन्म-मरण का दुख।
उदाहरण :
हे ईश्वर हमें भव, भय, वासनाओं आदि से बचाए रखना।