अर्थ : मिनटों, घंटों, वर्षों आदि में नापी जाने वाली दूरी या गति जिससे भूत, वर्तमान आदि का बोध होता है।
उदाहरण :
समय किसी का इंतजार नहीं करता।
आप किस ज़माने की बात कर रहे हैं।
वक़्त कैसे बीतता है, कुछ पता ही नहीं चलता।
वह कुछ देर के लिए यहाँ भी आया था।
पर्यायवाची : अनेहा, अमल, अमस, अर्सा, अवकाश, अवसर, आहर, काल, ज़माना, दिन, देर, दौर, दौरान, बेला, वक़्त, वक्त, वेला, व्यक्तभुज, श्राम, समय, समा, समाँ, समां
अर्थ : वह लोक जिसमें हम प्राणी रहते हैं।
उदाहरण :
संसार में जो भी पैदा हुआ है, उसे मरना है।
पर्यायवाची : अधिलोक, अमा, आलम, आवर्त, इहलोक, केश, जग, जगत, जहाँ, जहां, जहान, ज़माना, जीव-लोक, जीवलोक, दीनदुनिया, दुखग्राम, दुनिया, दुनियाँ, नरलोक, नृलोक, पृथिवीलोक, पृथ्वी-लोक, पृथ्वीलोक, भव, भुवन, भू-लोक, भूलोक, मनुजलोक, मनुष्यलोक, मर्त्य, मर्त्य लोक, मर्त्य-लोक, मर्त्यलोक, मृत्यु-लोक, मृत्युलोक, लोक, वर्ल्ड, विश्व, संसार, संसृति, सृष्टि
अर्थ : बार-बार करके हाथ को किसी कार्य में अभ्यस्त करना।
उदाहरण :
पिता के साथ काम कर-करके उसने अपना हाथ भी बैठा लिया है।
पर्यायवाची : अभ्यस्त करना, बिठाना, बैठाना
अर्थ : उचित स्थान पर अच्छे क्रम से इस प्रकार रखना कि देखने में अच्छा जान पड़े।
उदाहरण :
दुकानदार दुकान में सामानों को सजा रहा है।
पर्यायवाची : लगाना, व्यवस्थित करना, सँवारना, सजाना