अर्थ : (शरीर विज्ञान) वह शारीरिक अवस्था जो शरीर में किसी रोग के रोगाणु पहुँचने, उस रोग के परिपक्व होने और बाह्य लक्षण उपस्थित होने तक माना जाता है।
उदाहरण :
चेचक की संप्राप्ति का समय दो हफ्ता माना गया है।
पर्यायवाची : इन्क्यूबेशन, संप्राप्ति, सम्प्राप्ति