१. संज्ञा
/ निर्जीव
/ वस्तु
/ मानवकृति
अर्थ : वह बिना सिया हुआ कपड़ा जो साधु लोग गले में डाले रहते हैं।
उदाहरण :
साधु की मेखला ज़मीन तक लटक रही है।
पर्यायवाची :
कफनी, कफ़नी, मेखला
फकीर, साधु लोकं गळ्याभोवती घालतात तो न शिवलेला कपडा.
फकीराने कफनी घातली आहे.
कफणी,
कफनी